अंतरिम बजट के प्रमुख बिन्दु :
- 2008—09 माल ढुलाई का लक्ष्य 85 करोड टन बरकरार।
- यात्रियों की संख्या में पिछले वर्ष की तुलना में लगभग सात प्रतिशत वृद्धि की संभावना।
- छठे केन्द्रीय वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने से रेलों पर पिछले वर्ष की तुलना में कर्मचारी लागत 9000 करोड रूपए।
-पेंशन पर 4500 करोड रूपए अधिक खर्च का अनुमान।
-संशोधित अनुमान में साधारण संचालन व्यय बढकर 55000 करोड रूपए और पेंशन निधि में विनियोग 10500 करोड रूपए होगा।
-डीआरएफ में विनियोग 7000 करोड रूपए बरकरार।
-साधारण राजस्व को देय लाभांश 4711 करोड रूपए।
-19320 करोड रूपए का लाभांश पूर्व कैश सरप्लस तथा छठे केन्द्रीय वेतन आयोग की सिफारिशें लागू करने के बावजूद आपरेटिंग रेशियो 88.3 प्रतिशत।
-संशोधित योजना पर व्यय 36773 करोड रूपए।
-2007-08 में दुर्घटनाओं की संख्या घटकर 194 हुई।
-त्रिपुरा की राजधानी अगरतला को रेललाइन से जोडा गया।
-कश्मीर घाटी को रेलवे से जोडने के क्रम में अनंतनाग और राजवंशेर के बीच में पहली रेल सेवा शुरू। शीघ्र ही इस सेवा का बरामूला और काजीगुंड तक विस्तार।
-देहरी आन सोन के नजदीक पूर्वी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का कार्य 10 फरवरी 2009 को प्रारंभ।
-पश्चिमी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर भी इसी महीने कार्य प्रारंभ होगा।
-अगले वित्त वर्ष में माल लदान का लक्ष्य 91 करोड टन, यह 2008-09 की तुलना में छह करोड टन अधिक है।
-अनुमानित सकल यातायात प्राप्तियां 93159 करोड रूपए, जो 2008-09 के संशोधित अनुमान से 10766 करोड रूपए अधिक है।
-छठे केन्द्रीय वेतन आयोग के पूरे साल के प्रभाव तथा 2009-10 में देय 60 प्रतिशत बकाया के भुगतान के लिए साधारण संचालन व्यय में 62900 करोड रूपए के बजट की व्यवस्था।
-वर्तमान दरों के आधार पर साधारण राजस्व को देय लाभांश 5304 करोड रूपए
-बजटीय आपरेटिंग रेशियो 89.9 प्रतिशत होने की संभावना।
-योजना व्यय 37905 करोड रूपए।
-2009-10 में 43 नई गाडी सेवाएं शुरूकी जाएंगी।
-चौदह गाडियों के चालन क्षेत्र का विस्तार।
-14 गाडियों के फेरों में वृद्धि।
14 नई लाइनों, तीन आमान परिवर्तन और आठ दोहरीकरण परियोजनाओं के लिए 25 सर्वेक्षण प्रस्तावित।
-हाई स्पीड बुलेट ट्रेन चलाने के लिए पूर्व अध्ययन जारी।
-रेल पहिया फैक्ट्री, छपरा का निर्माण तीव्र गति से जारी
-मढौरा और मधेपुरा में डीजल और बिजली रेल इंजन कारखानों का कार्य भी शीघ्र शुरूकरने का लक्ष्य।
-साधारण पैसेंजर गाडियों के यात्री किरायों में दस किलोमीटर से अधिक की यात्रा के लिए प्रति यात्री पचास रूपए की लागत तक के किराए में एक रूपए की कटौती।
-सभी मेल, एक्सप्रेस और साधारण यात्री गाडियों के सेकेंड क्लास और शयनयान श्रेणी के किरायों में पचास रूपए और उससे अधिक की लागत वाले प्रति यात्री टिकटों में दो प्रतिशत की कमी।
-वातानुकूल प्रथम श्रेणी, वातानुकूल द्वितीय श्रेणी, वातानुकूल तृतीय श्रेणी और वातानुकूल कुर्सीयान के किरायों में भी दो प्रतिशत की कमी।
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